मसरूफ़ हैं यहाँ लोगमसरूफ़ हैं यहाँ लोग, दूसरों की कहानियाँ जानने मेंइतनी शिद्दत से ख़ुद को अगर पढ़ते, तो ख़ुद़ा हो जाते
वो आये बज़्म में इतना तो मीर ने देखावो आये बज़्म में इतना तो मीर ने देखाफिर उसके बाद चिरागो में रौशनी ही नहीं रही
यूँ ना कहो कि ये किस्मत की बात हैयूँ ना कहो कि ये किस्मत की बात हैमुझे बर्बाद करने में तुम्हारा भी हाथ है
ज़ाया ना करो अपने अल्फाज़ हर किसी के लिएज़ाया ना करो अपने अल्फाज़ हर किसी के लिएथोड़ा ख़ामोश रह कर भी देखो कि तुम्हें समझता कौन है
जा माफ कियाजा माफ किया, जी ले अपनी मर्जी की जिंदगीहम मोहब्बत के बादशाह हैं बेवफाओं को मुँह नहीं लगाते