तुम स्नेह के सौदे भी अजीब करते होतुम स्नेह के सौदे भी अजीब करते होबस जरा सा मुस्कुरा कर दिल खरीद लेते हो
दिल के रिश्ते हैं बस किस्मत से बनते हैंदिल के रिश्ते हैं बस किस्मत से बनते हैंवरना मुलाक़ात तो हज़ारों से होती हैं
मत ढूंढ़ा कर मेरी आँखों में इश्क का हिसाबमत ढूंढ़ा कर मेरी आँखों में इश्क का हिसाबतुम्हें चाहने का मैंने कभी हिसाब नहीं किया
घायल कर के मुझे उसने पूछाघायल कर के मुझे उसने पूछा, करोगे क्या फिर मोहब्बत मुझसेलहू-लहू था दिल मेरा मगर, होंठों ने कहा बेइंतहा-बेइंतहा