बरसात का बादल तो दीवाना है क्या जानेबरसात का बादल तो दीवाना है क्या जानेकिस राह से बचना है किस छत को भिगोना है
इबादतखानो में क्या ढूंढते हो मुझेइबादतखानो में क्या ढूंढते हो मुझेमैं वहाँ भी हूँ, जहाँ तुम गुनाह करते हो
वो इत्र-दान सा लहजा मेरे बुज़ुर्गों कावो इत्र-दान सा लहजा मेरे बुज़ुर्गों कारची-बसी हुई उर्दू ज़बान की ख़ुश्बू