बहन चाहे सिर्फ प्यार दुलार, नहीं माँगती बड़े उपहार, रिश्ता बने रहे सदियों तक, मिले भाई को खुशियां हज़ार.
राखी का त्यौहार था राखी बंधवाने को भाई भी तैयार था भाई बोल बहना मेरी अब तो राखी बाँध दो, बहना बोली कलाई पीछे करो, पहले रुपये हज़ार दो.
गलियाँ फूलों से सज़ा रखी हैं, हर मोड़ पर लड़कियाँ बिठा रखी हैं पता नहीं तुम कहाँ से आ जाओ इसलिए सबके हाथ में राखी थमा रखी है.
कभी बहनें हमसे लड़ती है, कभी हमसे झगड़ती है, लेकिन बहनें हीं हमारे सबसे करीब होती है, इसलिए तो बिना कहे बहनें हमारी सारी बातें समझती है.
याद है हमारा वो बचपन, वो लड़ना झगड़नाऔर वो मना लेना, यही होता है भाई बहनका प्यार, और इसी प्यार को बढ़ानेके लिए आ रहा है रक्षा बंधन का त्यौहार।
ये लम्हा कुछ ख़ास है,बहन के हाथों में भाई का हाथ है, ओ! बहना तेरे लिए मेर पास कुछ ख़ास है, तेरे सकून की खातिर मेरी बहना, तेरा भाई हमेशा तेरे साथ है।
रिश्ता हम भाई बहन का, कभी खट्टा कभी मीठा,कभी रूठना कभी मनाना, कभी दोस्ती कभीझगड़ा, कभी रोना और कभी हसाना, येरिश्ता है प्यार का, सबसे अलग सबसे अनोखा.
मेरी प्यारी बहना, खुश तू सदा ही रहना, हर वक़्तमिल-जुल के रहने का वादा है, मेरा राखी है,स्वीकार और वादा है, रक्षा का मेरी बहना तूऔर तेरी यादें हैं मेरे लिये एक अमूल्य गहना.
वो बचपन की शरारते, वो झूलों पे खेलना वोमाँ का डांटना, वो पापा का लाड पर एक चीज़जो इन सब से ख़ास है, वो है मेरी प्यारी बहनका प्यार. रक्षा-बंधन की हार्दिक शुभकामनायें.