चार लाइन दोस्तों के नाम- काश फिर मिलने की वजह मिल जाए साथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए, चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें, क्या पता ख़्वाबों में गुज़रा हुआ कल मिल जाए..
दर्द ज़ाहिर कभी करने नहीं देता मुझको अश्क आंखों में भी भरने नहीं देता मुझको जानता हूँ, कि मैं अब टूट चुका हूँ लेकिन वो तो इक शख्स बिखरने नहीं देता मुझको !
इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है, इश्क मेरी रुह, तो दोस्ती मेरा ईमान है, इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी, पर दोस्ती पर, मेरा इश्क भी कुर्बान है.:d:d
दिल मे एक शोर सा हो रहा है. बिन आप के दिल बोर हो रहा है. बहुत कम याद करते हो आप हमे. कही ऐसा तो नही की… ये दोस्ती का रिस्ता कंज़ोर हो रा है.:d:d
सबने कहा,"दोस्ती एक दर्द है, "हमने कहा,"दर्द कबूल है, "सबने कहा,"दर्द के साथ जी न पाओगे, "हमने कहा,"तेरी दोस्ती के साथ मरना कबूल है.:d:d
दोस्त प्यार से भी बड़ा होता है; हर सुख और दुःख में साथ होता है; तभी तो कृष्ण राधा के लिए नहीं, सुदामा के लिए रोता है; क्योंकि हर एक फ्रेंड को एक फ्रेंड का साथ ज़रूरी होता है!:d:d
जिंदगी से हर पल एक मोज मिली . कभी कभी नहीं हर रोज मिली. बस एक अच्छा दोस्त मांगता था जिन्दगी से. पर मुझे तो पूरी फोज मिली।.
फ़िक्र-ए-रोज़गार ने फासले बड़ा दिए ...वरना , सब यार एक साथ थे, अभी कल ही की तो बात है !!! चले तो थे दोस्तों का पूरा काफिला ले कर... ...पर आधे 'जुदा' हो गए और आधे 'खुदा' हो गए... कुछ 'गुमशुदा' तो कुछ 'शादीशुदा' हो गए ..
दोस्ती के फुल हर मौसम मे खिलते हैं, दोस्ती के बादल हर मौसम मे बरसते हैं, हम miss you कहे या ना कहे, ये सच है कि हम रोज आपको दिल से याद करते हैं...!!
कितने खुबसूरत हुआ करते थे बचपन के वो दिन..जिसमे दुश्मनी की वजह सिर्फ, एक कट्टी हुआ करती थी..और सिर्फ दो उंगलिया जुड़ने से, दोस्ती फिर शुरू हुआ करती थी…!
एक अलग सी पहचान बनाने की आदत है हमें ,ज़ख्म हो जितना गहरा उतना मुस्कुराने की आदत है हमें ,सब कुछ लूटा देते हैं दोस्ती मेक्युंकि दोस्ती निभाने की आदत है हमें !!
मंज़िल को पाना है तो हौसला साथ में रखनाअगर दोस्त को पाना हो तो ऐतबार साथ में रखनाअगर हमेशा मुस्कुराना है तोBrush और toothpaste साथ रखना