मोहब्बत तो सिर्फ एक इत्तेफाक है; ये तो दो दिलों की मुलाकात है; मोहब्बत ये नहीं देखती कि वैलेंटाइन्स का दिन है या रात है; इसमें तो सिर्फ वफादारी और जज़्बात है।
बस एक छोटी सी हाँ कर दो; हमारे नाम इस तरह सारा जहां कर दो; वो मोहब्बतें जो तुम्हारे दिल में हैं; उनको ज़ुबान पर लाओ और बयान कर दो! वैलेंटाइन्स डे मुबारक!
दिल ने जिसे चाहा ज़िन्दगी भर, आज करूँगा मैं उनसे इकरार; जिस की सदियों से तमन्ना की है, उनसे आज करूँगा मैं अपने प्यार का इज़हार। वैलेंटाइन्स डे मुबारक!
कुछ देर का इंतज़ार मिला हम को, पर सब से प्यारा यार मिला हम को, ना रही फिर कोई तमन्ना किसी की तेरे बाद, तेरी मोहब्बत से सारा संसार मिला हम को। वैलेंटाइन डे मुबारक!
उदास नहीं होना, क्योंकि मैं साथ हूँ, सामने न सही पर आस-पास हूँ, पल्को को बंद कर जब भी दिल में देखोगे, मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ! वैलेंटाइन डे मुबारक!
दोस्त आए थे कब्र पे दिया जलाने के लिये, दोस्त आए थे कब्र पे दिया जलाने के लिये; रखा हुआ फूल भी ले गये कमीने, वैलेंटाइन डे मनाने के लिये।
वेलेंटाइन डे पर गर्लफ्रेंड नहीं है तो नाराज मत हों... . . . . . . . . . . गाँधी जयंती पर भी गाँधी जी कहाँ होते हैं?
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है, एक दिन का भी इंतजार दुश्वार हो जाता है, लगने लगते है अपने भी पराए, जब एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है। वैलेंटाइन्स डे मुबारक!
जिसको चाहो उसे चाहत बता भी देना, कितना प्यार है उससे ये जता भी देना, कि दिल उसका कहीं और ना लग जाए, करके इज़हार उसके दिल को चुरा भी लेना, गलती से रूठे कभी तो उसे मना भी लेना, कि बहुत हसीन होता है ये प्यार का रिश्ता, कभी ग़लती से भी इसे तोड़ ना लेना। वैलेंटाइन्स डे मुबारक!
अब कैसे कहें कि अपना बना लो मुझको, अपनी बाहों की क़ैद में समा लो मुझको, एक पल भी बिन तुम्हारे काटना है मुश्किल, अब तो मुझसे ही चुरा लो मुझको। वैलेंटाइन्स डे मुबारक!
प्यार का बदला कभी चुका न सकेंगे, चाह कर भी आपको भुला न सकेंगे, तुम ही हो मेरे लबों की हँसी... तुमसे बिछड़े तो फिर मुस्कुरा न सकेंगे। वैलेंटाइन्स डे मुबारक!
भंवर से निकलकर किनारा मिला है, जीने को फिर से एक सहारा मिला है, बहुत कशमकश में थी ये ज़िंदगी मेरी, उस ज़िंदगी में अब साथ तुम्हारा मिला है। वैलेंटाइन्स डे मुबारक!