कतरा-कतरा मैं बहकता हूँतिनका-तिनका मैं बिखरता हूँ,रोम-रोम तू महकता है,जर्रा-जर्रा मैं तुझमें पिघलता हूँ।
तेरे इंतज़ार में कैसे कटता है वक़्त ना पूछ मुझसे,तेरे बगैर तन्हा रहता हूँ कैसे ना पूछ मुझसे,तू ही तू चाहिए दिल की गहराइयो में,जीता हूँ तेरे बगैर कैसे ना पूछ मुझसे,जो मिल जाएगी तू तो होगी कितनीख़ुशी ना पूछ मुझसे।
म्मीदें जुड़ी हैं तुझसे टूटने मत देना,दिल एक मोम है पिघलने मत देना,दिल ने चाहा है उसे... आज पता चला ,इस धड़कन को कभी बंद होने मत देना।
रह न पाओगे भुला कर देख लो,यकीं न आये तो आजमा कर देख लो,हर जगह महसूस होगी मेरी कमी,अपनी महफ़िल को कितना भी सजा करदेख लो।
मेरी आँखों में तुम अपनी परछाइयाँ देख लेना,फुरसत मिले तो दिल की वीरानियाँ देख लेना,तुम नहीं जानती गर क्या है तुम्हारी अहमियत,जरा पलटकर तुम हमारी कहानियाँ देख लेना।