इतना भी ना रूठों ....!की तुम्हे कोई मना नही पाए ...!!इतना भी दूर किसी से जाओ नही .....!!!की तुम्हे आवाज़ देकर कोई बुला ना पाए .....!!!
तेरी उल्फत को कभी नाकाम ना होने देंगेतेरी दोस्ती को कभी बदनाम ना होने देंगेमेरी जिंदगी में कभी सूरज निकले ना निकलेतेरी जिंदगी में कभी शाम नहीं होने देंगे...
सारे सपने तोड़कर बैठे हैं,दिल का अरमान छोड़कर बैठे हैं,ना कीजिये हमसे वफ़ा की बातें,अभी-अभी दिल के टुकड़े जोड़कर बैठे हैं..!!
फूल बिछा दूँ या आँखे बिछा दूँ,करूँ क्या ये समझ ना आये,कंही ये दिल मेरा तुम्हे देखकर, तुम्हारा बने,और मुझे भूल जाय.!!!
आपके हुस्न कि तारीफ में सोचता हूँ कुछ अल्फाज लिखूं ,लिखा ना हो जो अब तक किसी ने ऐसा कुछ आज लिखूं ,गीत लिखूं या गजल लिखूं ,शायरी लिखूं या कलाम लिखूं ,लिखने को बेचैन हूँ ,पर समझ ना आए क्या लिखूं..!!!
ऐसे तेरी कमी सी लगती है,आग जैसे हवा से सुलगती है,याद आते है लम्हे सब बीते हुए,जैसे जैसे यह शाम ढलती है.|
मेरी फिक्र में खुद को भूल जाती होऔर बेखबर हो मुझ को ये जताती हो.होने लगती हो जिस पल दूर मुझसेकसम से उस पल बहुत याद आती हो.चाहती हो कितना, पूछू जब कभी तोआँखों ही आँखों में सब कुछ बताती हो.मोहब्बत में मेरी खुद को भुलाए बैठी होऔर दिल में अपने जज़्बात छुपाती हो ।
मुझे तुमसे बस एक अमानत चाहिएतुमसे ज्यादा तुम्हारी मोहब्बत चाहिएजिस्म के पीछे तो पागल है दुनियामुझे सिर्फ तुम्हारी रजामंदी चाहिएकह दो तो ज़माने से बगावत कर लूंदिल में रहने की इज़ाज़त चाहिएहर पल खुद को मरते हुए देखा हैअब तेरे संग जीने की जमानत चाहिए
न जिद है न कोई गुरूर है हमे,बस तुम्हे पाने का सुरूर है हमे,इश्क गुनाह है तो गलती की हमने,सजा जो भी हो मंजूर है हमे।
चाहा है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा,लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा,मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए,क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा.
"खुशबू ने फूल को एक अहसास बनाया फूल ने बाग को कुछ खास बनाया चाहत ने मोहब्बत को एक प्यास बनाया और इस मोहब्बत ने एक और देवदास बनाया,"
कभी कोई अपना अनजान हो जाता है,कभी किसी अनजान से प्यार हो जाता है,ये जरुरी नही की जो ख़ुशी दे उसी से प्यार हो,दिल तोड़ने वालो से भी प्यार हो जाता है|