दुनियादारी effect. मी जेव्हा whats app वर नसेन ना, तेव्हा कूणी मला विसरायच नाही हा..! सगळ्यांनी माझी आठवण काढायची..! मी नसेन तेव्हा सगळ्यांनी ईथे जमायच...! . . . . . contribution काढून पैसे जमा करायचे आणि, . . . . . . आणि माझा netpack मारायचा मग मी परत येईन...!
ज़िन्दगी के इस कश्मकश मैं वैसे तो मैं भी काफ़ी बिजी हुँ , लेकिन वक़्त का बहाना बना कर , अपनों को भूल जाना मुझे आज भी नहीं आता ! जहाँ यार याद न आए वो तन्हाई किस काम की, बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की, बेशक अपनी मंज़िल तक जाना है , पर जहाँ से अपना दोस्त ना दिखे वो ऊंचाई किस काम की!!!..:d:d
सोचते है तुम्हे ........ सोचते है तुम्हे ........ अक्सर सोचा करते है, तुम्हे सुबह-शाम .... सोते - जागते डायरी को शब्दों से भरते कभी....किसी किताब के पन्नो को पलटते - पलटते उड़ती नीली-पीली पतंगों के धागों से उलझते हो, सोच में सोचते है ...क्यों सोचते है सोचते जंगली कंटीले बेंगनी फूलो से अक्सर चुभ जाते हो, सोच में कई बार सोचा....दूर रखे तुम्हे इस बेमतलबी सोच के दायरों से गर्म हथयलियो पर बर्फ पिघले ऐसा कुछ महसूस कर रुक जाते टिमटिमाते दियो को इकटक देखे तो ना जाने क्यों आंसू बन छलक जाते सोचते है....क्या तुम भी सोचेते हो जैसे हम सोचते है, हर घडी तुम्हे ......
दोस्त का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता, वो चाहे दूर भी हो तो गम नहीं होता, प्यार में अक्सर दोस्ती कम हो जाती है, पर दोस्ती में प्यार कभी कम नहीं होता।
आपने सोचा पैगाम नहीं आएगा, ये दोस्त आपको यूं ही भूल जाएगा, ये तो हमारी आदत है सताने की, वरना इतना प्यारा दोस्त कौन भूलना चाहेगा।
दोस्ती वो एहसास है जो मिटता नहीं, दोस्ती वो पर्वत है जो झुकता नहीं, इसकी कीमत क्या है जरा पूछो हमसे, ये वो अनमोल मोती है जो कभी बिकता नहीं।
दोस्तों की दास्तान जब वक्त सुनाता है, तो हमें भी कोई दोस्त याद आता है, भूल जाते हैं हम जिंदगी के गम को, जब आफ साथ बिताया वक्त याद आता है।
आपकी दोस्ती ने हमें कुछ सिखा दिया, खामोश दुनिया में खुशियों को बिखरा दिया, कर्जदार हो गए हम उस खुदा के, जिसने आपको हमारा दोस्त बना दिया।