डिअर फ्रेंड , "मुझे अपने दिल में मत रखना , रखना है तो मुझे अपने दिमाग में रखना , क्यूँ की रहने की जगह जितनी खली हो रहने में उतना ही मज़ा आता है .
आसमान से उतरी है , तारों से सजाई है , चाँद की चांदनी से नहले है , ऐ दोस्त ! संभल के रखना ये दोस्ती , यही तो हमारी ज़िन्दगी भर की कमाई है ..
ए चाँद मेरे दोस्त को एक तोहफा देना, तारो की महफ़िल संग रोशनी करना, छुपा लेना अंधेरे को, हर रात के बाद एक खूबसूरत सवेरा देना…
ये मेरे ऊन दोस्तो के लिये जीन को कहि दिनो से मिल नहीं पाया हु... अर्ज किया हे... मैं भूला नहीं हूँ किसी को ... मेरे बहुत कम दोस्त है ज़माने में ... बस थोड़ी जिंदगी उलझी पड़ी है ... दो वक़्त की रोटी कमाने मे
"एक छुपी हुई पहचान रखता हूँ, बाहर शांत हूँ, अंदर तूफान रखता हूँ, रख के तराजू में अपने दोस्त की खुशियाँ, दूसरे पलड़े में मैं अपनी जान रखता हूं !!
ए चाँद मेरे दोस्त को एक तोहफा देना, तारो की महफ़िल संग रोशनी करना, छुपा लेना अंधेरे को, हर रात के बाद एक खूबसूरत सवेरा देना…
पानी से तसवीर कहां बनती है ख्वाबों से तकदीर कहां बनती है .. किसी से दोस्ती करो तो सच्चे दिल से क्य़ॊंकि यह जिंदगी फिर कहां मिलती है …!!!
समुन्दर की ख़ामोशी, उसकी गहराई बताती है, दोस्तों की कमी, अपनी तन्हाई बताती है, वैसे तो दोस्त हमेशा प्यारे होते हैं, पर उनकी कीमत उनकी जुदाई बताती है.
याद आए कभी तो आँखें बंद मतकरना हम ना भी मिलें तो गम मतकरना!!!! ज़रूरी तो नही के हम नेट पेरहैर रोज़ मिलें मगर ये दोस्ती का एहसास कभीकम मत करना
" सागर के किनारो पे खजाने नहीं आते। पल जो फीसल गये हाथ से वो दुबारा नहीं आते। "जी भर के जीलो इन हसी पलो को जनाब। क्योंकी.... फीर लौटके वो दोस्ती के जमाने नहीं आते।"