गुरूदेव के श्रीचरणों में श्रद्धा सुमन संग वंदन, जिनके कृपा नीर से जीवन हुआ चंदन, धरती कहती, अंबर कहते कहती यही तराना, गुरू आप ही वो पावन नूर हैं जिनसे रौशन हुआ जमाना। शिक्षक दिवस की बधाई!
मुझे पढ़ना-लिखना सिखाने के लिए धन्यवाद, मुझे सही-गलत की पहचान सिखाने के लिए धन्यवाद, मुझे बड़े सपने देखने और आकाश को चूमने का साहस देने के लिए धन्यवाद, मेरा मित्र, गुरु और प्रकाश बनने के लिए धन्यवाद! शिक्षक दिवस की बधाई!