पड़ोसी: अरे भाई तुम पाइप में डालकर कुत्ते की पूँछ सीधी नहीं कर सकते, वो हमेशा टेढ़ी की टेढ़ी ही रहेगी। रजनीकांत: यन्ना रासकला ये रजनीकांत का कुत्ता है, मैं पाइप में पूँछ डाल कर पाइप टेढ़ा कर रहा था।
'शोले' की टीम ने आईपीएल में हिस्सा लिया; गब्बर के बोलरों ने 20 ओवर में 350 रन दिए और उसमें 200 रन एक्स्ट्रा थे। बताओ क्यों? क्योंकि, 'विकेट कीपर ठाकुर था।'
गजनी देखने के बाद अंदाजा हुआ कि हम भी आमीर खान से कम नहीं हैं। हम भी पढ़ते है। समझते है। और फिर 15 मिनट बाद सब भूल जाते है।
पूरे साल में शायद दो ही बार अमीषा पटेल टी.वी पे आती है; 1) वैलेंटाइन्स के दिन - "कहो ना प्यार है।" 2) स्वतंत्रता (Independence) वाले दिन - 'ग़दर।'
सच में वक्त बदल रहा है: मामा आमिर खान: पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा। भांजा इमरान खान: डैडी मुझसे बोला, तू गलती है मेरी।
आशिक़ी 2 देख के पता चला कि; . . . . . . एक लड़का एक लड़की के लिए जान दे सकता है; लेकिन दारु नहीं छोड़ सकता।
मुन्ना भाई: अबे सर्किट, तुझे मैंने लिफ़ाफ़े पर चिपकाने वाला टिकट खरीदने के लिए पैसे दिए थे, फिर पैसे कैसे वापस लाया? सर्किट: भाई, तुम भी बोलोगे कि अपुन ने भी क्या दिमाग पायेला है, कोई देख नहीं रहा था इसलिए अपुन बिना टिकट लगाये लिफाफा लेटर-बॉक्स में छोड़ आया।
सबसे बड़ा झूठ: बिकनी पहन के खड़ी ज़ीनत अमान की तारीफ़ में गीत गाना: क्या देखते हो? फिरोज खान: सूरत तुम्हारी।
आशिकी-2 देखकर एक बात तो समझ में आ गई । अगर दारु पिओगे तो 9-10 साल में मर जाओगे। लेकिन दारु के साथ लड़की भी आ गई तो; . . . . . . "भैया पैकिंग रखो क्योंकि कब यमराज दरवाजा खटखटा दे कुछ नहीं पता।"
मेरा एक दोस्त टी.वी. चैनलों द्वारा शाहरुख़ और सलमान की खबर के बेहद प्रसारण से बहुत नाराज़ है... उसका कहना है कि दो दुश्मनों के गले मिलने में ऐसी कौनसी बड़ी बात है? वह तो रोज़ अपनी पत्नी को गले लगाता है...