भरोसा "खुदा" पर है तो जो लिखा है तक़दीर में वही पाओगे, भरोसा अगर "खुद" पर है तो खुदा वही लिखेगा जो आप चाहोगे।
मंजिल पर पहुँचना है तो कभी राह के काँटों से मत घबराना, क्योंकि काँटे ही तो बढ़ाते हैं रफ़्तार हमारे क़दमों की।
बैठ जाता हूँ अक्सर मिट्टी पर क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है; मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीका चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना।
हथेली पर रखकर नसीब हर शख्स मुकद्दर ढूंढता है, सीखो उस समंदर से जो टकराने के लिए हमेशा पत्थर ढूंढता है।
खुद पर भरोसा करना कोई परिंदो से सीखे, क्योंकि शाम को जब वो घोंसलों में जाते हैं तो उनकी चोंच में कल के लिए कोई दाना नहीं होता।