बिना देखे उसका हाल बता सकता हूँ; बिना देखे उसकी तस्वीर बना सकता हूँ; मेरी मोहब्बत में इतनी ताक़त है कि; उसकी आँखों के आँसू अपनी आँख से गिरा सकता हूँ।
आँखें तो प्यार में दिल की जुबान होती है; चाहत तो सदा बेजुबान होती है; प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना; सुना है दर्द से चाहत और जवान होती है।
कर जाते हैं शरारत क्योंकि थोड़े शैतान हैं हम; कर देते हैं ग़लती क्योंकि इंसान हैं हम; ना लगाना हमारी बातों को क़भी दिल से; आपको तो पता है ना कितने नादान हैं हम।
इस दिल से उसको भुला नहीं सकते; ऐसा क्यों है ये बता नहीं सकते; मुश्किल तो ये है कि वो यकीन नहीं करते; और अफ़सोस, हम दिल चीर कर दिखा नहीं सकते।
रुलाना सबको आता है; हँसाना किसी-किसी को आता है; रुला के जो मना ले वो सच्चा यार है; और जो रुला के ख़ुद भी आंसू बहाये, वो आपका सच्चा प्यार है।
अगर वो अपनी मोहब्बत हमें बना लें; हम उनका हर ख्वाब अपनी पलकों पे सजा लें; करेगी कैसे मौत हमें उनसे जुदा; अगर वो हमें अपनी रूह में बसा लें।
नजर ने नजर से मुलाक़ात कर ली; रहे दोनों एक दम खामोश पर फिर भी बात कर ली; कुछ समय बाद मोहब्बत की फ़िज़ा को तब जाना; जब खुद को अकेला पाया और तब मेरी इन आँखों ने रो-रो के बात कर ली।
होंठों पे दिल के तराने नहीं आते; साहिल पे समंदर के फ़साने नहीं आते; नींद में भी खुल उठती हैं पलकें; आँखों को ख्वाब छुपाने नहीं आते।
कुछ इस तरह से हम नजदीक आ चुके हैं; खुद को तेरे वजूद का हिस्सा बना चुके हैं; अब तो हमारे दर्द की कोई दुआ करो; हम तो तुम्हें अपना मसीहा बना चुके हैं।
दिल तोड़ने वालों को सजा क्यों नहीं मिलती; हर किसी को प्यार में सफलता क्यों नहीं मिलती; लोग कहते हैं इश्क तो बीमारी है; तो फिर मेडिकल स्टोर में इसकी दवा क्यों नहीं मिलती।
तुम्हारा नाम फूल रखूं तो बिखर जाओगे; दिल रखूं तो टूट जाओगे; चलो बिजली रखता हूँ; छोड़ कर जाओगे तो एक घंटे बाद वापस आ जाओगे।