मित्र क्या होता है? जब जिंदगी नामक स्क्रीन लो बैटरी का मैसेज दिखाती है और रिश्तेदार नामक चार्जर नहीं मिलता तो उस समय जो पावर बैंक काम आता है उसे मित्र कहते हैं।
जो दिल के हो करीब उसे रुसवा नहीं करते, यूँ अपनी दोस्ती का तमाशा नहीं करते; खामोश रहोगे तो घुटन और बढ़ेगी, अपनों से कोई बात छुपाया नहीं करते।
ज़िन्दगी के कुछ उलझे सवालों से डर लगता है, ज़िन्दगी में दिल की तन्हाइयों से डर लगता है; ज़िन्दगी में एक सच्चा दोस्त तो मिल पाना मुश्किल होता है, पर एक सच्चे दोस्त को खोने से डर लगता है।