इस देश में आये दिन कुछ ना कुछ बैन होता रहता है! कभी-कभी तो ऐसा लगता है कि हम सब अब घरों में बैठकर आदिमानव की तरह बस अब दीवारों पे चित्रकारी ही करेंगे!
वैसे ये तो अच्छा है कि आयुर्वेद और एलोपैथी के बीच में बस स्टैंड के पीछे बैठे गुप्त रोगों का शर्तिया इलाज करने वाले डॉक्टर नहीं कूद रहे हैं! वरना संघर्ष त्रिकोणीय हो जाता!
बढ़ती हुई मंहगाई और घटती हुई कमाई को देखकर, सरकार को आधार कार्ड के साथ एक उधार कार्ड भी जारी कर देना चाहिए!