रात को 10 से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू: ससुरा वायरस ना हुआ "शहंशाह" फ़िल्म का अमिताभ बच्चन हो गया... . . . जो रातों को निकलता है... "अंधेरी रातों में सुनसान राहों पर!"
किसान आंदोलन के खिलाफ सिर्फ दो किस्म के लोग हैं! एक तो जिनके पास ज़मीन नहीं है! दूसरे वो जिनके पास ज़मीर नहीं है!
मीडिया किसानों की गलती का ऐसे इंतज़ार कर रही है जैसे ढाबे के बाहर बैठा कुत्ता जूठी प्लेट का इंतज़ार करता है!
दौर-ए-चुनाव में कहाँ कोई इंसान नजर आता है, कोई हिन्दू, कोई दलित तो कोई मुसलमान नजर आता है; बीत जाता है जब इलाकों में चुनाव का दौर, तब हर शख्स रोटी के लिये परेशान नजर आता है!
Ndtv पर भारत पूरा बंद है, r-भारत पर पूरा खुला है, आजतक पर आधा खुला है और ज़ी न्यूज़ पर भारत 25% बंद है!
सरकार इसलिए परेशान नहीं है कि ये बिल किसानों को समझा नहीं पा रही! सरकार इसलिए परेशान है कि ये किसानों के समझ में कैसे आ गया?