फांसी का फंदा जिनका इंकलाब हिला ना सका, जिनकी क़ुरबानी मुल्क आज भी भुला ना सका, मरकर जिनका चोला बसंती हुआ, ऐसा इतिहास दोबारा लिखा जा ना सका! इस शहीदी दिवस पर भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को शत शत नमन!
खुद्दार मेरे शहर में फाक़े से मर गया, राशन तो मिल रहा था पर, वो फोटो से डर गया; खाना थमा रहे थे लोग सेल्फी के साथ साथ, मरना था जिसको भूख से, वो गैरत से मर गया!
फैक्ट्रीज़ बंद है तो नदियों का पानी साफ़ हो गया है! अगर न्यूज़ चैनल बंद हो जायें तो देश का माहौल भी साफ़ हो जायेगा!