छोटी मगर बहुत बड़ी बात: पानी अपना पूरा जीवन देकर पेढ को बड़ा करता है, इसलिए शायद पानी लकड़ी को कभी डूबने नहीं देता!
कर्तव्य ही ऐसा आदर्श है जो कभी धोखा नहीं दे सकता और धैर्य ही एक ऐसा कड़वा पौधा है जिस पर फल हमेशा मीठे आते हैं।
शब्द कितनी भी समझदारी से इस्तेमाल कीजिये फिर भी सुनने वाला अपनी योग्यता और मन के विचारों के अनुसार ही उसका मतलब समझता है!
कौन हिसाब रखे किसको कितना दिया और कौन कितना बचायेगा! इसलिए ईश्वर ने आसान गणित लगाया सबको खाली हाथ भेज दिया! खाली हाथ ही बुलायेगा!
कल शीशा था सब देख-देख कर जाते थे, आज टूट गया तो सब बच-बच कर जाते हैं! ये वक़्त है साहब, कभी किसी का एक जैसा नहीं रहता!