"मौन" क्रोध की सर्वोत्तम चिकित्सा है! अपने खिलाफ बातें खामोशी से सुन लो यकीन मानो वक्त, बेहतरीन जवाब देगा!
शब्दों का खेल है जनाब! कड़वा बोलने वालों मीठा शहद भी नहीं बिकता और मीठा बोलने वालों की कड़वी नीम भी बिक जाती है!
स्वार्थी इंसान का पता उस से नज़दीकियाँ बढ़ने पर चलता है और निस्वार्थ इंसान का पता उससे दूरियाँ बढ़ने पर चलता है!
यदि आप सही हैं तो आप को गुस्सा होने की ज़रूरत नहीं है और यदि आप गलत हैं तो आपको गुस्सा होने का कोई हक़ नहीं है!