तीन लोगों को फांसी की सज़ा सुनाई गयी जिसमे से एक पठान था। पहले को फांसी लगायी तो रस्सा ढ़ीला होने की वजाए, वह नीचे पानी मे जा गिरा। दुसरे को फांसी दी तो वह भी पानी में जा गिरा, पर बच गया। जब पठान की बारी आयी तो वो जल्लाद से बोला, "खोचा भा, यह रस्सा ठीक कर लो, मुझे तैरना नहीं आता"।
पठान डॉक्टर के पास जाकर बोला, "डॉक्टर साहब, मैं रोज 100 रुपये की दवाई ले रहा हूँ, पर कोई फायदा नहीं हो रहा"। डॉक्टर: अब तुम मुझसे 80 रुपये वाली दवाई ले जाओ, इससे तुम्हें रोज 20 रुपये का फायदा होगा।
पठान: तुम हमको 3 लाख रुपये दो, हम तुम्हें 15 दिन के बाद लौटा देगा। 15 दिन के बाद आदमी बोला: लाओ खान हो गए 15 दिन। पठान हैरानी से बोला: हैं, ये लो। आदमी: अबे ये तो लोटा है? पठान: हम भी तो यही बोला था कि लोटा देगा।
पठान: तुम हमको 3 लाख रुपये दो, हम तुम्हें 15 दिन के बाद लौटा देगा। 15 दिन के बाद आदमी बोला, "लाओ खान हो गए 15 दिन"। पठान हैरानी से बोला: हैं, ये लो। आदमी: अबे ये तो लोटा है? पठान: हम भी तो यही बोला था कि 'लोटा' देगा।
दो पठान रात को घूम रहे थे। पठान 1: बहुत गर्मी है यार। पठान 2: हाँ यार, अगर दिन होता तो कहीं छाओं में बैठ जाते।
डॉक्टर: मैं तुम्हें ऐसी दवाई दूंगा कि तुम फिर से जवान हो जाओगे? पठान: ऐसा जुल्म न करना, डॉक्टर साहब। हमको पेंशन लगने वाला है।
पुलिस: तुम्हारा दोस्त कैसे मरा? पठान: पता नहीं वो बोला, मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं, तो मैंने उसको चूहे मारने की दवा खिला दी।
बॉस अपने पठान कार्यकर्त्ता से, "आज तुम लेट क्यों आये? ऑफिस 9 बजे खुलता है फिर देर क्यों की?" पठान: मेरी जान इतनी फिकर मत किया करो, दोस्त शक करते हैं।
एक पठान की उसका ससुर जम कर पिटाई कर रहा था। रिश्तेदार: क्यों गरीब को इतना मार रहे हो? ससुर: मैंने इसे हॉस्पिटल से SMS किया, तुम बाप बन गए हो। और इस साले ने उसे सभी दोस्तों को फॉरवर्ड (Forward) कर दिया।
पठान उदासी से बोला, "मिस, मेरे अब्बू कहते हैं तुम जितना मर्ज़ी पढ़ लो, लेकिन तुम कभी वो नहीं बन सकते जो मैं चाहता हूँ"। अध्यापिका: तुम क्या बनना चाहते हो? पठान: लेडी डॉक्टर।
सिंधी: तुम्हारे अब्बू की मौत किस तरह हुई थी? पठान अफ़सोस करते हुए बोला, "यारा, उनकी यादाश्त बहुत कमज़ोर थी। दोपहर के सोते वक्त वो सांस लेना भूल गए होंगे"।
एयरहोस्टेस: सर आप क्या लेंगे? पठान: "मटन, पकोड़ा, तंदूरी चिकन नान के साथ और नसवार।" एयरहोस्टेस: खान सर आप जहाज़ पर आये हो, अपने अब्बू के निकाह में नहीं।