बंता, संता को चिड़ाने के लिए किसी बात पे बोला, "यार तेरी शकल तो बिल्कुल मेरे लौड़े जैसी है।" संता: तभी मैं सोचूं, मुझे देखते ही भाभी अपनी टाँगे क्यों फैला लेती है।
संता बाज़ार में जोर-जोर से चिल्ला रहा था, "जन्नत का पर्दा 20 रुपये में - जन्नत का पर्दा 20 रुपये में।" सारे बाज़ार के लोगों ने अपना-अपना काम छोड़ कर उसके पास जाकर देखा तो, वो पैंटी बेच रहा था।
पडोसी: बुरा ना मनो तो एक बात पूछूँ? संता: नहीं भाई, मुझे बहुत जल्दी बुरा लग जाता है और उसके बाद जो मन में आता है मैं वो बोल देता हूँ! क्या फायदा फिर तुझे भी बुरा लगेगा!
सुनसान गली में संता सुसु कर रहा था, "एक लड़की डर के रुक गई।" संता बोला, "आप निकल जाओ बहन जी, आप जिससे डर रही हो, उसको मैंने पकड़ रखा है।"
संता: मेरे चाचा शायद दुनिया के सबसे बड़े मुफ्तखोर हैं! बंता: आप यह कैसे कह सकते हैं! संता : मेरे चाचा को कहीं से मुफ्त में लंगड़ों द्वारा इस्तेमाल करने वाली बैसाखियाँ मिल गई! तो उसका फायदा उठाने के लिये उन्होंने अपनी टांग तोड़ ली!
संता: क्या हुआ, तुम्हें किसने पीट दिया? बंता: वो मैंने बिल का विरोध किया था ना इसलिए! संता: तुमने किस बिल का विरोध कर दिया! बंता: कल मैंने होटल में खाना खाया था और जब वेटर बिल लेकर आया तो मैंने कह दिया कि मैं इस बिल का विरोध करता हूँ! ये बिल वापस लो! तो सालों ने पटक-पटक कर पीट दिया!
बंता: आपको एयर होस्टेस ने थप्पड़ क्यों मारा? संता: मैंने पूछा सुसु करने की जगह कहाँ है और वो बोली पीछे। मैंने कहा पहले तो आगे हुआ करती थी।
पिंकी: पापा, भैया ने आपको गाली दी, बेटी चोद। संता: आने दे साले को उसकी बहन चोद दूंगा। पिंकी: रहने दो पापा, दोनों तरफ से मैं ही चुदुंगी।
जीतो: आपको एक हफ्ता हो गया है, आपने मुझसे प्यार नहीं किया? संता: तुम्हारी बहन की शादी है। जीतो: तो क्या हुआ? संता: मैं उसको प्रैक्टिस करा रहा हूँ।
साली ने पहली बार मिनी स्कर्ट पहनी और संता से बोली, "जीजू, देखो तो, झुकने से मेरी पैंटी तो नहीं दिखती?" संता काफी देर तक देखने के बाद बोला, "नहीं दिख रही, पर याद से पहन लेना"।