शांता - वाह भाई कमल हो गया। बंता - क्या हो गया?शांता - मैंने अपने बीवी को एक खुशखबरी सुनाया और मेरा गाल लाल हो गया। बंता - खुशखबरी क्या थी ?शांता - मैं एक पड़ोसन के बच्चे का बाप बन गया।
सांता : यार बंता , पप्पू घर में घुस कर क्या करता है ? दाल में कुछ कला है। बंता : उसने ही मिलाया होगा। मैंने तो पिला दाल ख़रीदा था।
सांता : यार बंता , आज मैं बहुत खुश हूँ। बंता : कैसे ?सांता : आज मुझे लेने के लिए गाड़ी आया है। (बंता बहार झांक के देखता है )बंता : यार ये तो पुलिस आई है। सांता :हाँ भाई , रोज मुझे घसीट के ले जाता था लेकिन मैं आज गाड़ी से जाऊंगा।
सांता : यार आज मैंने जैसे ही उसे छुआ तो सारा शरीर में बिजली दौड़ गई। बंता : पर लड़की छूने से बिजली दौड़ती है क्या ?सांता : नहीं ,बिजली की तार को छुआ था।
बंता : यार तेरा दोस्त तेरी बीवी को किस कर रहा है। सांता कमरे में झांककर आता है और बंता को एक थप्पड़ मरता है। बंता : यार मुझे क्यों मारा ?सांता : मेरे दोस्त को बदनाम करता है। वो कोई दूसरा आदमी है।
संता : जानते हो मैंने अपनी प्रमिका को तीस साल तक हर साल एक पत्र लिखा। बंता : फिर क्या हुआ???संता : उसने पोस्टमैन से शादी कर ली।
बंता दूध में पानी मिला रहा था तभी संता ने पूछा : दूध में पानी मिला के बेचता है। बंता : बाद में मिलाने जरुरत नहीं पड़ेगी। नहीं मिलाऊँगा तो कड़वा लगेगा न।
संता : यार बंता , जब - जब मैं उसके सामने जाता हूँ तो पसीना क्यों आता है ?बंता : तुम इतना क्यों डरते हो ? मैं तो किसी के सामने जाता हूँ लेकिन पसीना कभी नहीं आता है। संता : तुम्हे भी पसीन845ा आ जायेगा। बंता : तो जा आग के सामने। देखते हैं पसीना आता है या नहीं।
संता : यार बंता , तेरा मुँह कैसे कला हो गया। बंता : पटाखा में आग लगा के भाग गया फिर भी ऐसा हुआ। संता : मैं भी तो ऐसे ही पटाखा फोड़ता हूँ। बंता : लेकिन मैं आग लगाने के बाद माचिस को फेंक दिया और पटाखा हाँथ रखा था।
संता :यार मैं बिना चाभी के गाड़ी से जा सकता हूँ। बंता : बिना चाभी के कैसे ले जायेगा ?संता : ट्रक पर लोड करके।
पुलिस: हमें आपके घर की तलाशी लेनी है! सुना है आपके घर विस्फोटक सामग्री है! संता: खबर तो पक्की है पर अभी वो मायके गयी है!