संता : जब मेरी नई नई शादी हुई थी तो मुझे बीवी इतनी प्यारी लगती थी कि मन करता था खा जाऊं! बंता : और अब? . . . . . . . . . संता : खा ही जाता तो अच्छा था!
संता और बंता : जीतो बीमार पति से: जानवर के डॉक्टर को मिलो तब आराम मिलेगा! संता: वो क्यों? जीतो: रोज़ सुबह मुर्गे की तरह जल्दी उठ जाते हो, घोड़े की तरह भाग के ऑफिस जाते हो, गधे की तरह दिनभर काम करते हो, घर आकर परिवार पर कुत्ते की तरह भोंकते हो, और रात को खाकर भैंस की तरह सो जाते हो, बेचारा इंसानों का डॉक्टर आपका क्या इलाज करेगा?
संता: जब मेरी नई नई शादी हुई थी तो मुझे बीवी इतनी प्यारी लगती थी कि मन करता था खा जाऊं! बंता: और अब? संता: खा ही जाता तो अच्छा था!
संता: जब मेरी नई नई शादी हुई थी तो मुझे बीवी इतनी प्यारी लगती थी कि मन करता था खा जाऊं! बंता: और अब? . . . . . . . . . संता: खा ही जाता तो अच्छा था!
संता एक कंजूस की शादी में गया। उसने देखा शादी वाले घर में दो दरवाजे थे। एक पर लिखा था ‘रिश्तेदार’ और दूसरे पर लिखा था ‘दोस्त’। संता दोस्त वाले दरवाजे से अंदर गया। आगे फिर दो दरवाजे थे। एक पर लिखा था ‘पुरुष’ और दूसरे पर लिखा था ‘महिलाएं’। संता आगे गया तो फिर दो दरवाजे मिले। पहले पर लिखा था ‘गिफ्ट वाले’ और दूसरे पर लिखा था ‘बिना गिफ्ट वाले’। संता बिना गिफ्ट वाले गेट के अंदर गया तो उसने देखा कि वह घर के पीछे वाली गली में पहुंच गया है और वहां लिखा था "शर्म तो रही होगी, मेरी शादी में फ्री में रोटी खाएगा? चल अब जा और हवा खा!’
संता एक बार एंड रेस्तराँ में घूसा और चिल्लाया - मुझे एक हाफ चिकन तंदूरी दो और बाकी यंहा सब बैठे लोगों को मटन खिलाओ...... क्योंकि जब में खाता हूं तो मैं चाहता हूं सब खाएं... . संता फिर चीखा मुझे एक वाइन की बोतल दो और यंहा बैठे सभी लोगों को बीअर पिलाओ..... क्योंकि जब मैं पीता हूं तो मैं चाहता हूं सब पीएं...... . सभी संता से बहुत खुश हुए और उसकी तारीफ करने लगे... . पीने के बाद वे फिर चिल्लाया मुझे मेरा बिलदो और यंहा बैठे लोगों को भी उनका बिल दो..... क्योंकि मैं चाहता हूं कि जब मैं बिल चुकाऊं तो सब अपना अपना बिल चुकाएं . . संता का अंतिम संस्कार कल 10 बजे है
संता : तेरा भाई आजकल क्या कर रहा है? बंता : एक दुकान खोली थी, पर अब जेल में है! संता : वो क्यों.? बंता : दुकान हथोड़े से खोली थी
संता : तेरा भाई आजकल क्या कर रहा है? बंता : एक दुकान खोली थी, पर अब जेल में है! संता : वो क्यों.? बंता : दुकान हथोड़े से खोली थी
संता (बंता से): पता है, अमेरिका में लाइट जाती है तो पावर ऑफिस में फोन करते हैं और जापान में लाइट जाती है तो फ्यूज चेक करते हैं. बंता ने तुरंत जवाब दिया: और जब इंडिया में लाइट जाती है तो पड़ोसी के घर में झांक कर देखते हैं, सबकी तो गई है ना… और राहत की सांस लेते हैं.
पुलिस दरवाजा खटखटाते हैं... . . संता : कोन दरवाजा खटखटा रहा हैं? . . पुलिस : हम पुलिस हैं, दरवाजा खोलो! . . संता - क्यूँ खोलू ? . . पुलिस - कुछ बात करनी हैं | . . संता : तुम लोग कितने हो | . . पुलिस : हम ३ हैं | . . संता : तो सालों आपस में बात कर लो, मेरे पास टाइम नहीं है ।
संता और बंता : लम्बी हवाई यात्रा करते हुए आइन्स्टीन और बंता एक दूसरे के सामने बैठे हुए थे। आइन्स्टीन ने कहा, "चलो एक खेल खेलतें हैं, मैं एक प्रश्न पूछता हूँ अगर तुम्हें उसका जवाब न आये तो तुम मुझे 5 डॉलर देना अगर मुझे जवाब नहीं आएगा तो मैं तुम्हें 500 डॉलर दूंगा।" आइन्स्टीन ने पहले प्रश्न पूछा, "धरती से चंद्रमा की दूरी कितनी है?" बंता ने कुछ नहीं कहा और अपनी जेब से 5 डॉलर निकाले। अब बंता की बारी थी उसने आइन्स्टीन से पूछा, "ऐसा क्या है जो तीन पैरों पर पहाड़ी पर चढ़ता है और चार पैरों पर वापिस उतरता है?" आइन्स्टीन ने नेट पर खोजना शुरू कर दिया उसने अपने सभी दोस्तों को पूछा, और एक घंटे के बाद उसने बंता को 500 डॉलर दे दिए, आइन्स्टीन ने पागल होते हुए पूछा, "अब बताओ वो क्या है जो तीन पैरों पर पहाड़ी पर चढ़ता है और चार पैरों पर उतरता है?" बंता ने जेब से 5 डॉलर निकाले और आइन्स्टीन को दे दिए।
संता : तेरा भाई आजकल क्या कर रहा है? बंता : एक दुकान खोली थी, पर अब जेल में है! संता : वो क्यों.? बंता : दुकान हथोड़े से खोली थी