लडकी (दुकानदार से): यह whisper कितने का है? दुकानदार: जी 200 का। लडकी: लगाओगे कितने में? दुकानदार: माफ करना लगाना आप को खुद ही पडेगा।
ये जितने लोग अभी से हैप्पी न्यू इयर के मैसेज फॉरवर्ड करने लगे हैं, . . . . . . . ये वो लोग है जो साले सुहागरात से 20 दिन पहले ही हल्दी वाला दूध पीना शुरु कर देते हैं।
धोनी के सन्यास से ज्यादा खुश होने की ज़रुरत नहीं है... रोज़ सुबह तो 'धोनी' है, सर्दी का बहाना नहीं चलेगा।
पापा: बेटा, कहाँ चला? बेटा: चूत मारने जा रहा हूँ। पापा: बेटा, कोई फायदा नहीं, 40 साल हो गये मुझे मारते हुए। ये नहीं मरती, ये तो अमर है।
जब किसी का एक्सीडेंट (accident) हो जाता है तो अलग-अलग देशों में लोग किस तरह प्रतिकिया देते हैं: अमेरिका: ओह माय गॉड! पाकिस्तान: या अल्लाह! अफ्रीका: ओ ला ला! ऑस्ट्रेलिया: गोट अ हिट! और भारत में: माँ चुद गई बहन के लौड़े की, और तेज़ चला।
जैसे फूली हुई रोटी कभी कच्ची नहीं होती; वैसे ही ब्रा पहनी हुई लड़की कभी बच्ची नहीं होती। और जैसे मगरमच्छ के आंसू कभी सच्चे नहीं होते; वैसे ही मुंह में लंड देने से बच्चे नहीं होते।
इंसान के जिस्म का सबसे नाज़ुक हिस्सा है, 'गांड'; ठंड लगे तो गांड फट गई; गर्मी लगे तो गांड फट गई; पेपर ना आता हो तो गांड फट गई; परिणाम आया तो गांड फट गई; कोई भी काम गलत हो जाये तो गांड फट गई; तो भाई लोगो, अपने दिल से ज्यादा ख्याल अपनी गांड का रखा करो!
एक साधू से एक भक्त ने पूछा, " बाबा आप हमेशा ज़मीन पर क्यों बैठते हैं?" . . . साधू ने बड़ी विनम्रता से बहुत खूबसूरत जवाब दिया: . . . . . तुझे क्यों तकलीफ है मादरचोद।
आज कल के बाबा: दिन में हरि ओम ; रात में कंडोम; दिन में पूजा और आरती; रात में विद्या और भारती; दिन में स्वाह; रात में आहा।
एक तोता सुबह अपने मालिक को उठाने के लिए कहता है, "सर जागो, आपने काम पर जाना है।" मालिक का स्थानांतरण (transfer) पंजाब में हो गया फिर तोते ने कहा, "उठ ओये फुददी देयां, अज्ज बुंड मरवान नी जाना।"