पठान: मेरे मरने के बाद, तुम्हें मेरे जैसा दूसरा आदमी नहीं मिलेगा! सलमा: तुम्हें किसने कह दिया कि मैं दूसरा आदमी भी तुम्हारे जैसा ही चाहती हूं!
जज़: इस बदमाश के दोनों कान काट दो! पठान: नहीं, मैं अँधा हो जाऊंगा! जज़: कान काटने से अँधा कैसे होगे? पठान: मैं चश्मा किसके कान पर बैठाऊंगा?
पठान अपनी अम्मी से, "अम्मी, मुझे मेरी एक छोटी बहन चाहिए"! सलमा: बेटा, अब्बू लाहोर गए हैं, उनके आने के बाद हम सोचेंगे! पठान थोड़ा सोचकर बोला, "क्यों न हम अब्बू को सरप्राइज़ दें!
पत्रकार: खान साहब, आप यह बतायें कि प्लेटफार्म पर खड़े सभी पठान कैसे मरे? पठान: एक बार सुचना प्रसारण हुई कि गाड़ी प्लेटफार्म पर आ रही है, सभी ने पटरी पर छलांग लगा दी! पत्रकार: फिर आप कैसे बच गए? पठान: मैं खुद-ख़ुशी के लिए पटरी पर लेटा था और मैंने प्रसारण सुना तो मैं पलेटफार्म पर जाकर लेट गया!
पप्पू: यार, परीक्षा की सारी तैयारी हो गई! बंटी: यह तो बहुत बढ़िया बात है! पप्पू: हाँ! पेन पेंसिल स्केल रबड़ सब तैयार हैं, बस अब पढ़ना बाकी है!
पठान खाली कागज को बार-बार चूम रहा था। दोस्त: ये क्या है? पठान: प्रेम पत्र है। दोस्त: मगर ये तो खाली है? पठान: ओ यारा, हमारा गर्लफ्रेंड गूंगी है।
पठान अपने दोस्त के बेटे को, "आज कल क्या कर रहे हो?" दोस्त का बेटा: में "एमं एससी"(M.Sc.) कर रहा हूँ। पठान: बेटा, जो मर्जी करो पर साथ-साथ पढ़ाई जारी रखो।
पठान: डार्लिंग, देखो महंगाई कितनी बढ़ गई है। छोटी-छोटी चीज़े भी खरीदना कितना मुश्किल हो रहा है? सलमा: आज तुम फिर से मेरी पीछे से मारोगे क्योंकि कंडोम नहीं खरीदा होगा!
पठान दुकानदार से, "भाई साहब, इस कपड़े का क्या रेट है?" दुकानदार: 150 रुपये मीटर। पठान: 130 रुपये मीटर देना है? दुकानदार: साहब, इतना तो घर में पड़ता है। पठान: अच्छा, तो हम आपके घर से ले लेंगे।
पठान: रोज़ सुबह 100 लड़कियां मेरा इंतज़ार करती हैं। दोस्त: अरे, वाह वो कैसे? पठान: ओ यारा, मैं लड़कियों के कॉलेज की बस ड्राईवर लग गया हूँ।
एक पठान घर आया तो सोचने लगा कि आज क्या खास काम करना था? सोचता रहा - सोचता रहा। . .. ... रात को 3 बजे याद आया कि ओ खुदा, आज तो जल्दी सोना था।
सलमा बाथरूम से नहाकर निकली तो उसका शौहर उसे घूर रहा था। सलमा बड़े प्यार से बोली, "रोमांटिक होकर कुछ करने का इरादा है, क्या जी?" पठान 2 थप्पड़ मारकर बोला, . .. ... "मेरे गर्म पानी से क्यों नहाई?"