अध्यापिका: पप्पू एक कहानी सुनाओ जिसका कोई नैतिक हो। पप्पू: मैंने उसको फोन किया वो सो रही थी। फिर उसने मुझे फोन किया मैं सो रहा था। मैडम, और इसका नैतिक है - . .. जैसी करनी वैसी भरनी।
प्रोफ़ेसर: ग़ालिब की आरजू थी कि महबूबा की जुल्फों से शराब के क़तरे टपकें और वो उन कतरों को हलक में उतार ले। पप्पू: सर, अगर उन में जुएं होती तो ग़ालिब वो भी हलक में उतार लेते? प्रोफ़ेसर: ग़ालिब की यह आरजू अपनी महबूबा से थी, तेरी बेबे कोलो नहीं।
अध्यापक ने पप्पू से पूछा, "बेटा, तुम्हारी उम्र क्या है?" पप्पू: जी, घर में 14; स्कूल में 13; ट्रेन में 9; और फेसबुक पर 19 साल का हूँ।
पप्पू: सिस्टर, मुझे 1 बोत्तल ब्लड दे दो। नर्स: ब्लड ग्रुप बताओ? पप्पू: कोई भी चलेगा। नर्स: कोई भी कैसे चलेगा? पप्पू: गर्लफ्रेंड को लव लेटर लिखना है।
संता: नालायक इतनी रात को कहाँ से आ रहा है? पप्पू: अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने गया था। संता: किस लिए? पप्पू: हाँ पापा, 7-8 किस तो ले ही लिए।
गर्लफ्रेंड पप्पू को चिढ़ाने के लिए बोली, "देखो वो लड़का मेरी तरफ देख के मुस्कुरा रहा है। पप्पू: यह तो कुछ भी नहीं। . .. ... जब मैंने पहली बार तेरी शक्ल देखी थी तो तीन दिन तक अपनी हंसी नहीं रोक पाया था।
पप्पू अपनी पड़ोसिओं की लड़की को, "आई लव यु"। लड़की: मैं किसी और से प्यार करता हूँ। पप्पू उदास हो गया और फिर अचानक भागने लगा और बोला, "तेरी मम्मी को बताऊंगा"। लड़की: रुक जा कमीने, आई लव यु टू (I love you too!)।
पप्पू: यार आज-कल तो घोर कलयुग है। बंटी: अब क्या कहर ढा गया? पप्पू: अब देखो: राम ने धनुष तोड़ा तो सीता आयी; अर्जुन ने तीर चलाये तो द्रौपदी आयी; कृष्णा ने बंसी बजाई तो राधा आयी; और हमने जो सिटी बजाई तो वो साली पापा को बुला लायी।
अध्यापिका: पप्पू, तुम कक्षा में किस लिए आते हो? पप्पू: विध्या के लिए, सर। अध्यापिका: तो आज तुम कक्षा में सो क्यों रहे हो। पप्पू: सर, आज विध्या नहीं आई।
पप्पू: मम्मी क्या आपने मुझे पैदा होने से पहले देखा था? जीतो: नहीं तो बेटा। पप्पू: तो फिर आपने पैदा होने के बाद पहचाना कैसे?
पप्पू: मैंने आज एक दुकानदार से सालों का बदला ले लिया। बंटी: वो कैसे? पप्पू: मैंने उस से पारले-जी बिस्कुट का पैकेट ख़रीदा। और जब दुकानदार ने मुझसे पैसे मांगे तो मैंने उसे पांच एक्लेयर्स (Eclairs) दीं और कहा "छुट्टे नहीं हैं"।
बस में एक जवान लड़की खड़ी थी। पप्पू ने देखा और खड़ा होकर बोला, "आप मेरी जगह पर बैठ जाएँ"। लड़की ने यह सुनकर उसे जोर से एक झापड़ लगा दिया। "भलाई का तो ज़माना ही नहीं है आजकल", यह कह कर पप्पू रोते हुए दोबारा अपने पापा की गोद में जाकर बैठ गया।