एक आदमी की बीवी मायके गयी हुई थीपत्नी से रात को फोन किया सुनो जी मैं कमरे में अकेली हूँबड़ा अकेला सा महसूस कर रही हूँपति – कमरे में टीवी है ?पत्नी – हाँ हैपति – कोई हॉरर फिल्म चला लेबिलकुल भी अकेला महसूस नहीं होगाहर पल ऐसा लगेगा जैसे कोई पीछे खड़ा है
सुबह सुबह बीवी ने कहा - उठो जी, मेरे लिए नाश्ता बना दो ..पति उठा और बाहर जाने लगापत्नी -अरे कहाँ चल दिए ?पति - अपने वकील के पास, मुझे तुमसे तलाक़ लेना हैपति वकील के घर गया और वहाँ से उलटे पैर लौट आया और चुपचाप नाश्ता बनाने लगा ...क्यों?????क्योंकि वकील बर्तन मांज रहा था!!
पति – क्या हुआ ? ये घर के बाहर इतनी भीड़ क्यों लगी है ?पत्नी – कुछ नही, मैंने पड़ोसियों से कहा कि, हमारे दामाद आ रहे है मुंबी से ।पति – तो इसमें इतनी भीड़ कैसी ?पत्नी – अरे जानू, मैं english सिख रही हुँ न, इसलिये मैंने ये बात english में कही ।पति – क्या कहा तुमने english में ?पत्नी – मैंने कहा कि आज हमारे घर sunny leone आ रहे है ।पति – भगवान के लिये बंध कर अपनी ये अंग्रेजी…उसे sunny leone नहीं, son-in-law कहते है ।
पति: आजकल तुम ना सिगरेट पीने से रिक्ति हो ना शराब पीने से, क्या सब शिकायतें खत्म?पत्नी: नहीं। lic वाला परसों ही सब फायदे बता कर गया है।
बीवी बादाम खा रही थीपति बोला मुझे भी taste कराओबीवी ने एक बादाम दे दियापति : बस एकबीवी हाँ, बाकी सबका भी ऐसा ही #taste है।
एक आदमी सब शरीफ पतियों की तरह अपने बीवी से तंग था. उसकी बीवी हर काम में नुक्स निकालती थी. अगर वो अंडा बॉईल कर देता तो कहती के फ्राय करना था, अगर फ्राय करता तो कहती थी के बॉईल करना था. एक दिन पति ने दोनों बना दिए..पहले तो वो दोनों अंडों को गौर से देखती रही, फिर कहने लगी..“तुम्हें अकल कब आयेगी, जिस अंडे कों फ्राय करना था उस कों बॉईल कर दिया और जिसको बॉईल करना था उसको फ्राय...
एक बार एक पत्नी ने casually अपने पति का मोबाइल चेक किया....नाम save किये थे...आखों का इलाज..होटों का इलाज...दिल का इलाज...पत्नी ने गुस्से मे अपना नंबर डायल कियानाम आया " ला - इलाज "...!!!
पति- तुम बहुत हसीन हों पत्नी-छोड़ो ना..पति-तुम्हारी आंखें बहुत खूबसूरत हैंपत्नी- छोड़ो ना.. पति- तुम्हारे बाल बिल्कुल रेशम जैसे हैं। पत्नी-अजी छोड़ो ना..पति- तुम्हारी आवाज कितनी सुरीली है। पत्नी- हे भगवान! अब छोड़ो भीपति- इतनी लंबी-लंबी तो छोड़ रहा हूं अब और कितनी छोड़ूं ???
पत्नि:- सुनो, आज़ *कुछ अलग बात* करो ना ?पति:- क्या बोलुं ?पत्नि:- जो भी *मुझे देखकर* तुम्हें याद आयेपति:- *भूत-पिशाच निकट नहीं आवे**महावीर जब नाम सुनावे.. !!*
पति: तुमने मुझमे ऐसा क्या देखा कि तुम शादी के लिए तैयार हो गई?पत्नी: जी मैंने एक-दो बार आपको बालकॉनी से बर्तन मांजते हुए देखा था।
पत्नी: अजी सुनिए, ये complete और finish में क्या फर्क होता है? पति: अगर शादी सही लड़की से हो गयी तो समझो ज़िंदगी Complete और अगर गलत लड़की से हो गयी तो समझो कि ज़िंदगी finish!