आँखे आज भी उस हरामखोर को ढूंढ रही है, जिसने बचपन में यह अफवाह फेलाई थी, मोर का पंख किताब में रखने से विद्या आती है, और गुलाब का फूल किताब में रखने से, गर्लफ्रेंड मिलती है.
चरित्र में कुछ दाग होने भी जरूरी है ... . . वर्ना बुढापे में गँगा में जाकर धोएँगे क्या ?? . . . . . . कच्छे|
आइसक्रीम के व्यापार मे घाटा होने का प्रमुख कारण आजकल के लडकियों का... . . . . . . . . कुछ और चूसना है।।
जब दूधवाले हड़ताल करते हैं, तो दूध सड़कों पर ढोळ देते हैं ! सब्जीवाले हड़ताल करते हैं, तो सब्जी सड़कों पर फैंक देते हैं, पर ये सुनार ऐसा नहीं कर रहे हैं, न जाने क्यूं..
हमने चूम लिया जमीन को, जहां पर उसने पाँव रखे, और वो बेवफा, हमारे घर आके बोली - चाची... तुम्हारा बेटा मिट्टी खाता है..
जितनी बुरी हम दुनिया को समझते हैँ, हक़ीक़त मेँ दुनिया उतनी बुरी नहीँ है, आज भी एक अजनबी, आपकी फिक्र मेँ, आपको प्यार से चिल्लाकर कहता है, "भाई ! बाईक का साइड स्टेँड उठा लो"
आशिक का जनाजा जब माशूका की गली से निकला . . . तो देखकर लड़की की माँ बोली: “जाता जाता कमीना एक राउडं और लगा गया ।”
जिसकी शादी में अजीमोशान शहंशाह गाना बजा था.. उन को सुबह सुबह लुंगी में दूध लेते जाते देखता हु तो दिल भर आता हे!