बंता: यार मुझे सुबह सुबह साँस लेने में मुश्किल होती है! संता: मुश्किल तो होगी ही क्योंकि सुबह सुबह बाबा राम देव के भगत सारी आक्सीजन जो खींच लेते है!
संता: मैंने आपको ख़त लिखा था फिर भी आप शादी में क्यों नहीं आये? बंता: मुझे ख़त नहीं मिला! संता: तो मैंने लिखा तो था कि ख़त मिले या न मिले आना ज़रूर!
बंता: मुझे अपने बेटे का पत्र समझने के लिये साथ में डिक्शनरी रखनी पड़ती है! संता: आप बड़े खुशनसीब हैं मुझे अपने बेटे का पत्र पढ़ते वक्त साथ में चैक बुक रखनी पड़ती है!
संता: आज मैंने एक जान बचाई! बंता: वो कैसे? संता: मैंने एक भिखारी को पूछा 1000 का नोट दूँ तो क्या करोगे? उसने कहा `ख़ुशी से मर जाऊँगा`, तो मैंने उसे नोट नहीं दिया और उसे बचा लिया!
बंता (भागता हुआ आता है): जल्दी जाओ, आपके घर में तालाब का पानी घुस आया है! संता: झूठ क्यों बोल रहे हो घर की चाभी तो मेरे पास है!
संता बंता तंग सीढ़ियों में एक दूसरे के सामने अड़ गए! बंता: मैं मूर्खों के लिये रास्ता नहीं छोड़ता! संता: (पीछे होकर) लेकिन मैं छोड़ देता हूँ!
संता: खिड़की से जल्दी कूदो, पुलिस आ रही है! बंता: लेकिन यह तेहरवीं मंजिल है! संता: यह शगुन अपशगुन सोचने का वक़्त नहीं है, जल्दी कूदो!
संता: आपके घर में कौन कौन रहता है? बंता: मैं, मेरी पत्नी, मेरी सास और सात सालियाँ! संता: फिर तो आप उसी वक्त मुँह खोलते होगे जब जम्हाई लेनी हो या छींक मारनी हो!
बंता: गजिनी में आमिर ने इतनी सौलेड बॉडी कैसे बनाई होगी? संता: जब वो जिम से वापिस आता था तो 15 मिनट के बाद भूल जाता था और फिर वापिस जिम चला जाता था!
बंता: यह चिठ्ठी तुम किसे लिख रहे हो? संता: खुद को! बंता: इसमें क्या लिखा है? संता: मालूम नहीं! बंता: क्यों? संता: अभी मुझे मिली कहाँ है!