लघु कथा: एक खूबसूरत लड़की उल्लासित होकर नयी साड़ी पहन कर पति से पूछ बैठी... कैसी दिख रही हूँ मैं? और... . . . . . थोडी देर बाद वही साड़ी उसे दोबारा पहननी पडी।
बचपन में भूतों के सपने, जवानी में चूतों के सपने, बुढ़ापे में भूतों के सपने, दिमाग की माँ-बहन एक कर के रख देते हैं!
आज का घंटा ज्ञान: छुप के करने वाला काम कभी सच्चा नहीं होता। . . . . . . . . . इसका ये मतलब नहीं कि आप अपनी सुहागरात नेशनल हाइवे पे मना डालो।
ये पढ़ाई-लिखाई, नौकरी-चाकरी, घर-बार, पता नही किस भोसडी वाले का आईडिया था। आराम से गुफ़ाओं में रहते, कन्द मुल खाते, चूत मारते, बच्चे पैदा करते और सुकून से मर जाते।
सर्दियों के लिए विशेष: किसी शायर ने खूब कहा है, चूत मारने का मज़ा भी तभी आता है ग़ालिब जब, मौसम हो जाड़े का और भोसड़ा हो भाड़े का।
जिंदगी से आज तक एक ही चीज सीखी है कि... . . . . . . . . ज्यादा मुठ मारने से कुछ प्राप्त नहीं होता बस लंड छिल जाता है!
दांत का डॉक्टर: क्या आप oral-b करती हैं? महिला: ओरल न चाहते हुए भी करना पड़ता है, क्योंकि उसके बिना इनका खड़ा ही नहीं होता!
लाइब्ररी की दीवार पर लिखा था: "अच्छी किताब पढ़ें, प्रेरणा देगी!" राजू ने बैठ कर 4 अच्छी किताबें पढ़ी... फिर भी प्रेरणा ने देने से मना कर दिया।