मॉर्निंग वॉक करने वालों की कोई मंज़िल नहीं होती! कुछ इसलिए भी निकलते हैं कि... सूरज के होते हुए भी चाँद के दीदार हो जायेंगे!
सब्ज़ी बेचकर splendor मोटरसाइकिल लेने की सोच लेना लेकिन 'network marketing' जॉइन करके 'bmw' लेने की मत सोचना!
शारीरिक और आर्थिक प्रगति के लिए सुबह के दोस्त बढाओ और रात के दोस्त कम करो! ऐसा भयंकर उपदेश सुनकर गंभीरतापूर्वक चिंतन किया और एक निर्णय लिया... . . . . . रात वाले दोस्तों के साथ सुबह तक बैठना है!
भक्त: बाबा पढ़ा लिखा हूँ लेकिन फिर भी नौकरी नहीं मिल रही! निर्मल बाबा: कहाँ तक पढ़े हो? भक्त: बाबा मैंने ba किया है! निर्मल बाबा: एक बार और ba कर लो, दो बार करने से baba जाओगे! नौकरी की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी!
अर्ज़ किया है: गुजर रहे हैं आज हम उस मुकाम से... . . . . . . . . . लोग छोड़ रहे हैं साथ ज़रा से जुकाम से!
कोरोना भी सोच रहा होगा कि, ड्रग्स और ipl के आगे... मेरी तो कुछ औक़ात ही नहीं है! कोई सोच ही नहीं रहा मेरे बारे में!
यदि हमारा मोबाईल हमें ये बतायें कि ज़्यादा फूल वॉल्यूम से कानों के बजाये हेडफोन बिगड़ जायेगा तो... हम शायद उसे सीरियसली ले!
जो किचन की "छुट्टी" घोषित नहीं करवा सकता... ऐसे कमजोर "वाइरस" की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं! ~ महिला मंडल