इतिहास गवाह है कि नौकरी वालों के हाथ नया कैलेंडर लगते ही सबसे पहले ये चैक करते हैं कि कोई सरकारी छुट्टी रविवार को तो नहीं पड़ती!
बैंक मैनेजर का फोन आया और बोला, "सर आपका लोन पास हो गया है! आकर अपना चेक ले जाइये!" मैं बोला, "सर मैं आपका ये ऋण जीवन भर नहीं चुका पाउँगा!" पता नहीं अब चेक क्यों नहीं दे रहे!
खूब बम पटाखे चलाइये, इससे डेंगू चिकनगुनिया के मच्छर मरेंगे, यह स्वास्थ वर्धक है। जिसे प्रदुषण की बहुत चिंता है वो सबसे पहले अपनी गाडी बेचे और साइकिल का इस्तेमाल करे।
ये तो अच्छा हुआ कि 1947 में whatsapp और facebook नहीं था, वरना आज़ादी के लिए कोई जंग में उतरता ही नहीं, लोग घर बैठे ही कहते कि इस msg को इतना फैलाओ कि अंग्रेज खुद भारत छोड़कर भाग जाए।
लड़के अगर फेसबुक पर जज़्बात निकाल कर रख दें तो भी कोई नहीं पूछता... और लड़कियाँ नेल पोलिश और सैंडल की फोटो डाल कर दें तो जनसभा इकट्ठा हो जाती है।
बहुत गैरजिम्मेदार हो गए हैं आजकल लोग, होली सिर पर है और... अभी तक किसी ने "save water" वाला रोना शुरू नही किया!
दामाद: आपकी लड़की में दिमाग तो बिलकुल नहीं है! अगर मुझे पहले पता होता तो मैं कभी शादी नहीं करता! ससुर: जब तुम इस से शादी के लिए देखने आये थे तो तुमने 'खाली हाथ' माँगा था, दिमाग की बात नहीं हुई थी!