जैसे कोरोना की कॉलर ट्यून आयी थी, अब बर्डफ्लू की कॉलर ट्यून आयेगी... "ध्यान रहे हमें बर्डफ्लू से लड़ना है मुर्गों से नहीं" जब तक दवाई नहीं तब तक चूल्हे पर कढाई नहीं।
अगर अपने रिश्तेदारों की परेशानी जानना चाहते हो तो... बीच-बीच में उनसे दो-चार हज़ार रुपये माँग लिया करो!
मेरी बीवी से मेरा झगड़ा हो गया! माननीय कोर्ट ने मेरी सास, ससुर और साले की एक कमेटी बना दी! क्या अब मुझे न्याय मिलेगा?
हमने तुमको दिल ये दे दिया ये भी न पूछा कौन हो तुम... उपरोक्त पंक्ति में कवि अँधेरे में तीर मार रहा है!
आजकल फेसबुक पर फोटो लाइक और कमेंट का प्रचलन इतना बढ़ गया है कि बीवी ने अपने x-ray को मुझे दिखाया तो मेरे मुँह से निकल गया, "nice pic"... . . . . . फिर क्या... एक x-ray फिर खुद का करवाना पड़ा।
कल तरबूज़ काट रहा था तो पत्नी बोली: प्लीज... बीज निकाल कर मुझे दे दो! फिर क्या बीज प्लेट में रख कर मैनें उसको दे दिए! उसने गुस्से में प्लेट ही फेंक दी! बताओ मैनें क्या गलत किया? जैसा उसने कहा था वही तो किया!
इतिहास में लिखा जायेगा कि भारतीय पुरुष घर पर बैठकर 2-2 वायरस से अकेला लड़ा था! एक 'कोरोना' दूसरा 'सुनोना'
मैं तो सभी पुरानी बातें भुलाकर अपनी ज़िंदगी नए सिरे से शुरू करना चाहता हूँ... पर जिनसे उधार लिया है, वो मानते ही नहीं!
कमाने पे आऊं तो अंबानी को पीछे भी छोड़ जाऊं! लेकिन जब दुनिया से खाली हाथ ही जाना है तो इतना झंझट ही क्यों!
जितनी जल्दी लड़कों को प्यार हो जाता है! उतनी जल्दी लड़कियाँ यह भी डिसाइड नहीं कर पाती हैं कि डार्क लिपस्टिक लगानी है या लाइट!