जब पास हों तो रुख से निगाहें ना मोड़ना

SHARE

जब पास हों तो रुख से निगाहें ना मोड़ना
जब दूर हों तो मेरा तस्सावुर न छोड़ना
सोच लेना दिल लगाने से पहले एक बार
मुश्किल बहुत है निभाने रिश्ते
भूल कर भी कभी इनकी ज़ंजीरें ना तोडना

This is a great कातिल निगाहें शायरी. If you like तेरी निगाहें शायरी then you will love this.

SHARE