आपका ख्याल मन से न जाये तो क्या करूँ; आपकी याद सताये तो क्या करूँ; हर पल आपको देखने की चाहत होती है; पर... . . . . . . रोज़ सर्कस न जा पाऊँ तो क्या करूँ।
हिंदुस्तानी नारी संस्कारों वाली होती हैं। वो सबके सामने अपने पति को 'अबे गधे/ओए गधे' नहीं कहती। इसीलिए कहती हैं, "ए जी/ ओ जी - सुनते हो।"
पति: मैं तुम्हें शादी की 10वीं सालगिरह पर अंडमान और निकोबार द्वीप पर लेकर जाऊंगा। पत्नी: सही में, और 25वीं सालगिरह पर? पति: वापस लेने आऊंगा।
सुहागरात पर पति ने पत्नी से कहा, "सब से प्यार से रहना, सभी का सम्मान करना, हमेशा सच बोलना, कभी किसी का दिल मत दुखाना"। पत्नी उठी और कमरे का दरवाजा खोलते हुए बोली, "सब अंदर आ जाओ, यहाँ सत्संग चल रहा है"।