जब से मोबाइल में हनुमान चालीसा डाउनलोड करवाया है; तब से तुम्हारे SMS बंद हो गए हैं; सच ही कहते हैं कि "भूत-पिशाच" निकट नहीं आवे; महावीर जब नाम सुनावे।
पैसा बिस्तर दे सकता है... नींद नहीं; पैसा भोजन दे सकता है... भूख नहीं; पैसा अच्छे कपडे दे सकता है... सुंदरता नहीं; पैसा ऐशो आराम के साधन दे सकता है... सुकून नहीं; इसलिए आप सभी अपना अपना पैसा... . . . . . . . . . मेरे नाम ट्रांस्फर करके संन्यास ले लें।
रात को किताब मेरी मुझे देखती रही, नींद मुझे अपनी ओर खींचती रही, नींद का झोंका मेरा मन मोह गया और एक रात फिर यह जीनियस बिना पढ़े सो गया।