हो कर मायूस न यूँ शाम से ढलते रहिʲ

SHARE

हो कर मायूस न यूँ शाम से ढलते रहि
90f
ज़िंदगी भोर है सूरज से निकलते रहिए
एक ही पाँव पर ठहरोगे तो थक जाओगे
धीरे-धीरे ही सही राह पर सदा चलते रहिए

SHARE