मशरूफ रहने का अंदाज़ तुम्हें तन्हा न कर दे ग़ालिब

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मशरूफ रहने का अंदाज़ तुम्हें तन्हा न कर दे ग़ालिब
रिश्ते फुर्सत के नहीं तवज्जो के मोहताज़ होते हैं

This is a great अंदाज़ ए शायरी. If you like ग़ालिब 2 लाइन शायरी then you will love this. Many people like it for तन्हा पर शायरी.

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