इधर से आज वो गुज़रे तो मुँह फेरे हुए गुज़रे

SHARE

इधर से आज वो गुज़रे तो मुँह फेरे हुए गुज़रे
अब उन से भी हमारी बे-कसी देखी नहीं जाती

This is a great सात फेरे शायरी.

SHARE