गिले शिकवे दिल से न लगा लेना

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गिले शिकवे दिल से न लगा लेना
कभी रूठ जाऊं तो मना लेना
कल का क्या पता हम हो न हो
इसलिए जब भी मिलूं
कभी समोसा और कभी पानी पूरी खिला देना

This is a great गिले शिकवे शायरी.

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