कसूर ना उनका है ना मेरा

SHARE

कसूर ना उनका है ना मेरा, हम दोनो रिश्तों की रसमें निभाते रहे
वो दोस्ती का एहसास जताते रहे, हम मोहबत को दिल में छुपाते रहे

This is a great मेरा बचपन शायरी. If you like मेरा नसीब शायरी then you will love this. Many people like it for मेरा गाँव शायरी. Share it to spread the love.

SHARE