सफर-ए-ज़िन्दगी पे हूँ SHARE FacebookTwitter सफर-ए-ज़िन्दगी पे हूँ , तुम भी मेरे संग चलोसदिओं का रास्ता लम्हों में कटे , ले कर कुछ ऐसी तरंग चलोज़िन्दगी को बहुत तड़पा हूँ अब तो बन के ज़िन्दगी की उमंग चलोकुछ तो रंगीनीआ हो फ़िज़ाओं में , भर ते कुछ रंग चलो !!More SHARE FacebookTwitter
रात के समय एक दुकानदार अपनी दुकान बन्द ही कर रहा था कि एक कुत्ता दुकान में आया । उसके मुॅंह में एक थैली थी। जिसमें सामान की लिस्ट और पैसे थे। दुकानदार ने पैसे लेकर सामान उस थैली में भर दिया। कुत्ते न.......Read Full Message