यादों की किम्मत वो क्या जानेयादों की किम्मत वो क्या जानेजो ख़ुद यादों को मिटा दिए करते हैंयादों का मतलब तो उनसे पूछो जोयादों के सहारे जिया करते हैं
वो दिन दिन नहीवो दिन दिन नही..वो रात रात नहीवो पल पल नही जिस पल आपकी बात नहीआपकी यादों से मौत हमे अलग कर सकेमौत की भी इतनी भी औकात नही
हमसे दूर होकर हमारे पास हो तुमहमसे दूर होकर हमारे पास हो तुम;हमारी सूनी ज़िंदगी की आस हो तुमकौन कहता है हमसे बिछड़ गए हो तुमहमारी यादों में हमारे साथ हो तुम
यादों में हमारी वो भी कभी खोए होंगेयादों में हमारी वो भी कभी खोए होंगेखुली आँखों से कभी वो भी सोए होंगेमाना हँसना है अदा ग़म छुपाने कीपर हँसते-हँसते कभी वो भी रोए होंगे
किसी की यादों ने पागल बना रखा हैकिसी की यादों ने पागल बना रखा हैकहीं मर ना जाऊं कफ़न सिला रखा हैजलने से पहले दिल निकाल लेनाकहीं वो ना जल जाए जो दिल में छुपा रखा है।
उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दोउजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दोन जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाए