रख दी गयी कायनात हमारे क़दमों मेंरख दी गयी कायनात हमारे क़दमों मेंमगर हमने तुम्हारी यादों का सौदा नहीं किया
बैठे थे अपनी याद लेकर कि अचानक चौंक उठेबैठे थे अपनी याद लेकर कि अचानक चौंक उठेकिसी ने शरारत से कह दिया सुनो वो मिलने आये हैं
कभी कभी इतनी शिद्दत से आपकी याद आती हैकभी कभी इतनी शिद्दत से आपकी याद आती हैमैं पलकों को मिलाता हूँ, तो आँखें भीग जाती हैं
वो वक़्त वो लम्हें कुछ अजीब होंगेवो वक़्त वो लम्हें कुछ अजीब होंगेदुनिया में हम खुश नसीब होंगेदूर से जब इतना याद करते हैं आपकोक्या होगा जब आप हमारे करीब होंगे
सरहदें तोड़ के आ ज़ाती है किसी पंछी की तरहसरहदें तोड़ के आ ज़ाती है किसी पंछी की तरहयह तेरी याद है जो बंटती नहीं मुल्कों की तरह