मगर अब सोचते हैं यह जमाना खो गया है क्योंमगर अब सोचते हैं यह जमाना खो गया है क्योजहां चाहत मोहब्बत थी समा वो खो गया है क्यो
मनाए दुनिया इक ही दिन जश्न मोहब्बत कामनाए दुनिया इक ही दिन जश्न मोहब्बत कामेरी तो हर साँस तेरे इश्क से ही महकती है
ख़ुदा की मोहब्बत को:ख़ुदा की मोहब्बत कोख़ुदा की मोहब्बत को फ़ना कौन करेगासभी बन्दे नेक हों तो गुनाह कौन करेगाऐ ख़ुदा मेरे दोस्तों को सलामत रखनावरना मेरी सलामती की दुआ कौन करेगाऔर रखना मेरे दुश्मनों को भी महफूज़वरना मेरी तेरे पास आने की दुआ कौन करेगा
दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याददुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा यादअब मुझ को नहीं कुछ भी मोहब्बत के सिवा याद
कितनी मोहब्बत है तुमसेकितनी मोहब्बत है तुमसे, कोई सफाई ना देंगेसाये की तरह रहेंगे तेरे साथ, पर दिखाई ना देंगें।