ज़रा-सी देर मेंज़रा-सी देर मेज़रा-सी देर में दिलकश नज़ारा डूब जायेगाये सूरज देखना सारे का सारा डूब जायेगान जाने फिर भी क्यों साहिल पे तेरा नाम लिखते हैंहमें मालूम है इक दिन किनारा डूब जायेगासफ़ीना हो के हो पत्थर, हैं हम अंज़ाम से वाक़िफ़तुम्हारा तैर जायेगा हमारा डूब जायेगासमन्दर के सफर में किस्मतें पहलू बदलती हैंअगर तिनके का होगा तो सहारा डूब जायेगामिसालें दे रहे थे लोग जिसकी कल तलक हमकोकिसे मालूम था वो भी सितारा डूब जायेगा
आज भड़की रग-ए-वहशतआज भड़की रग-ए-वहशत..आज भड़की रग-ए-वहशत तेरे दीवानों कीक़िस्मतें जागने वाली हैं बयाबानों कीफिर घटाओं में है नक़्क़ारा-ए-वहशत की सदाटोलियाँ बंध के चलीं दश्त को दीवानों कीआज क्या सूझ रही है तेरे दीवानों कोधज्जियाँ ढूँढते फिरते हैं गरेबानों कीरूह-ए-मजनूँ अभी बेताब है सहराओं मेंख़ाक बे-वजह नहीं उड़ती बयाबानों कीउस ने 'एहसान' कुछ इस नाज़ से मुड़ कर देखादिल में तस्वीर उतर आई परी-ख़ानों की
आज भड़की रग-ए-वहशतआज भड़की रग-ए-वहशत..आज भड़की रग-ए-वहशत तेरे दीवानों कीक़िस्मतें जागने वाली हैं बयाबानों कीफिर घटाओं में है नक़्क़ारा-ए-वहशत की सदाटोलियाँ बंध के चलीं दश्त को दीवानों कीआज क्या सूझ रही है तेरे दीवानों कोधज्जियाँ ढूँढते फिरते हैं गरेबानों कीरूह-ए-मजनूँ अभी बेताब है सहराओं मेंख़ाक बे-वजह नहीं उड़ती बयाबानों कीउस ने 'एहसान' कुछ इस नाज़ से मुड़ कर देखादिल में तस्वीर उतर आई परी-ख़ानों की
ज़रा-सी देर मेंज़रा-सी देर में..ज़रा-सी देर में दिलकश नज़ारा डूब जायेगाये सूरज देखना सारे का सारा डूब जायेगान जाने फिर भी क्यों साहिल पे तेरा नाम लिखते हैंहमें मालूम है इक दिन किनारा डूब जायेगासफ़ीना हो के हो पत्थर, हैं हम अंज़ाम से वाक़िफ़तुम्हारा तैर जायेगा हमारा डूब जायेगासमन्दर के सफर में किस्मतें पहलू बदलती हैंअगर तिनके का होगा तो सहारा डूब जायेगामिसालें दे रहे थे लोग जिसकी कल तलक हमकोकिसे मालूम था वो भी सितारा डूब जायेगा
दिल की किस्मत बदल न पाएगादिल की किस्मत बदल न पाएगा;बंधनो से निकल न पाएगा;तुझको दुनिया के साथ चलना है;तु मेरे साथ चल न पाएगा।
किस्मत ने जैसा चाहा वैसे ढल गए हमकिस्मत ने जैसा चाहा वैसे ढल गए हमबहुत संभल के चले फिर भी फिसल गए हमकिसी ने विश्वास तोडा तो किसी ने दिलऔर लोगों को लगा कि बदल गए हम