अगर इतनी ही नफरत है हमसे तोअगर इतनी ही नफरत है हमसे तोदिल से ऐसी दुआ करोकी आज ही तुम्हारी दुआ भी पूरी हो जायऔर हमारी जिन्दगी भी!
उन्होंने हमें आजमाकर देख लियाउन्होंने हमें आजमाकर देख लियाइक धोखा हमने भी खा कर देख लियाक्या हुआ हम हुए जो उदासउन्होंने तो अपना दिल बहला के देख लिया
जख्म बन जानेँ की आदत है उसकीजख्म बन जानेँ की आदत है उसकीरुला कर मुस्कुरानेँ की आदत है उसकीमिलेगेँ कभी तोँ खुब रूलायेँ उसकोसुना है रोतेँ हूऐ लिपट जाने की आदत है उसकी
तुझे चिठ्ठीयां नहीं करवटो की नकल भेजेंगेतुझे चिठ्ठीयां नहीं करवटो की नकल भेजेंगेअब चादर के नीचे कार्बन लगाने लगे हैँ हमएक ख्वाहिश है मेरी, पूरी हो इबादत के बगैरवो आकर लिपटे मुझसे, मेरी इजाजत के बगैर
रिश्तों से नाराज़गी होने के बादरिश्तों से नाराज़गी होने के बादबहुत आसान है दूरियाँ बना लेनामुश्किल है हालात समझ पाना..!
भूलकर हमें अगर तुम रहते हो सलामतभूलकर हमें अगर तुम रहते हो सलामततो भूलके तुमको संभलना हमें भी आता हैमेरी फ़ितरत में ये आदत नहीं है वरनातेरी तरह बदल जाना हमें भी आता है