अगर हर कोई तुम्हारा मज़ाक उड़ाए; दिन रात बस तुम्हें सताए; तो बस एक बार यह सोच लेना कि . . . . . . . . . . कहीं तुम बिलावल भुट्टो जैसे तो नहीं दिखते।
जितनी मर्जी आॅनलाइन शाॅपिंग करते रहो, पर मेरे पास आपको खुद ही चल कर आना पड़ेगा, क्योंकि... . . . . . . . इंटरनेट पर बाल नहीं कटते। ~गिरधारी नाई
आज का ज्ञान: महिला - जल की तरह स्वच्छ, निर्मल, शीतल होती है और जल की ही तरह संवेदनशील होती है। पुरुष - मिट्टी की तरह ठोस और स्थिति के अनुसार ढल जाने वाला होता है। मिट्टी की तरह वक्त की मार सहता है। और जब दोनों की शादी होती है तो सब कीचड़ हो जाता है।
हाथों में दस्ताने, चेहरे पे लिपटा स्कार्फ़, कंधे पर दुपट्टा, बंधे हुए बाल। यक़ीनन, सर्दी लड़कियों को संस्कारी बना देती है।
पठान की खूब पिटाई हुयी! पता है क्यों? क्योंकि वोह जन्म दिवस की पार्टी में मुफ्त का खाना खाते हुए पकड़ा गया! और कहने लगा में लड़के वालों की तरफ से हूँ!