मजबूरियां होती हैं महान लोगों के जीवन में। नही तो राम वनवास में... कृष्ण कारावास में... और... . . . . . . . . मैं ऑफिस में क्यों बैठता?
अजीब चेहरे बनाना, अकेले में मुस्कुराना, अकेले ही बेवजह हँसना, पहले ये सब पागलपन की निशानियां कहलाती थीं अब इसे सेल्फ़ी लेना कहते हैं!
आज का ज्ञान: जंगल में चरने गया बैल, दोस्तों के साथ पार्टी में बैठा पुरुष और ब्यूटी पार्लर में गयी महिला... जल्दी वापस नहीं आते।
आज का ज्ञान: हम चाहें कितने भी बड़े कान्वेंट स्कूल में पढ़ लें, लेकिन ज़रूरत पड़ने पर... गालियाँ हम अपनी मातृ भाषा में ही देते हैं।